मंगलवार, 17 जून 2008

उच्च शिक्षण संस्थान नही है अभी देश की जरूरत

अभी कुछ दिनों पहले ही प्रधानमंत्री महोदय ने देश में कुछ केंद्रीय विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षण संस्थान खोलने की बात कही थी उसके बाद अब प्रधानमंत्री ने देश के ३७३ जिलों मी डिग्री कॉलेज खोलने की बात कही है ! जहाँ तक मेरी बात है तो देश के एक सामान्य नागरिक की हैसियत से मैं भी सरकार के इस घोषणा से उतना ही खुश हूँ जितना की आप
लेकिन यहाँ कई बाते ऐसी है जिसपर बार बार दिमाग जाता है
पहली बात ये की क्या ये सारी घोषणा केवल इस लिए की जा रही है क्यों की चुनाव नजदीक आ रहा है अगर वाकई ये सारी घोषणा केवल चुनावी घोषणा है तो फ़िर ये देश की जनता के साथ एक भयानक छलावा है और अगर ये सही है तो यहाँ मैं प्रधानमंत्री जी को एक सुझाव देना चाहता हूँ
प्रधानमंत्री जी केवल उच्च शिक्षा पर ध्यान न देकर आप पहले देश मी प्राथमिक शिक्षा पर ध्यान दीजिये क्यों की ये उच्च शिक्षा से ये ज्यादा जरूरी है ..... आज हमारे देश में सबसे ज्यादा बुरा हल प्राथमिक शिक्षा की है चाहे वो शहर की हो या गाओं की ! शहरों में तो जिन लोगों के पास पैसा है वो अपने बच्चों को अच्छे स्कूलों में पढ़ा भी लेते हैं केकिन गाओं मी तो ये सुविधा भी नही है ... और शायद यही कारन है की देश मी बेरोज गारी और अपराध की घटनाये ज्यादा हो गई है ! आज के समाज मी इतनी प्रतिस्पर्धा हो गई है की जिन लोगों के पास अच्छी डिग्री नही उनके पास नौकरी नही है ..... सामान्य परिवार के बच्चे इसी कारन से शुरुआती दौर मी ही piche हो जाते है ॥ और अपराध के rashte पर चले जाते है

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